धातु से बनी मुद्रा को धातु मुद्रा कहते हैं। इस मुद्रा की विशेषता | यह है कि इसमें बाह्य मूल्य (FACE VALUE) के साथ-साथ आंतरिक मूल्य (INTRINSIC VALUE) भी सन्निहित होता है। बाह्य मूल्य से आशय मुद्रा पर अंकित मूल्य जबकि आंतरिक मूल्य से आशय धातु में निहित मूल्य से होता है। पहले सोने, चांदी जैसी बहुमूल्य धातुओं का चलन मुद्रा के रूप में था, जबकि वर्तमान में गिल्ट, तांबे आदि धातुओं का प्रयोग धातु मुद्रा में किया जाता है। धातु मुद्रा को सिक्का भी कहते हैं।
मुद्रा धातु(coin metal)- 1B(प्रथम वर्ग) की धातुए मुद्रा धातु कहलाती है| प्राचीन काल मे इनका उपयोग मुद्रा एवं आभूषणो के निमार्ण मे होता था।